"हम देश बदलेगे"
इस बार हमने हे ठानी , करेगे अपनी मनमानी | हम देश बदलेगे
कभी लाइन मे ना खडकर जुगाड़ बाज़ी हे चलानी,
जहाँ धक्का-मूकी से काम ना बने हथेली गर्म हे करवानी | हम देश बदलेगे
मेट्रो मे देख बूढ़े और महिलाओं को सीट पे बेठे ,
हमने आँख हे जुखानी हमे सरम नहीं आनी | हम देश बदलेगे
यूँ तो हम हे ज्ञानी , नारी सकती सबको सिखानी,
लेकिन देख अकेली लड़की को आँख हे दिखानी | हम देश बदलेगे
हम तो करेगे अपनी मनमानी गंदगी बीच सड़क हे फेलानी ,
स्वच्छ भारत के हम सेनानी , बात सब लोगो को हे बतानी | हम देश बदलेगे
इस बार हमने हे ठानी , करेगे अपनी मनमानी | हम देश बदलेगे
"मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है"
Change start at your own.
Wrriten By :- Sajan Kaundal @ all rights reserved.
इस बार हमने हे ठानी , करेगे अपनी मनमानी | हम देश बदलेगे
कभी लाइन मे ना खडकर जुगाड़ बाज़ी हे चलानी,
जहाँ धक्का-मूकी से काम ना बने हथेली गर्म हे करवानी | हम देश बदलेगे
मेट्रो मे देख बूढ़े और महिलाओं को सीट पे बेठे ,
हमने आँख हे जुखानी हमे सरम नहीं आनी | हम देश बदलेगे
यूँ तो हम हे ज्ञानी , नारी सकती सबको सिखानी,
लेकिन देख अकेली लड़की को आँख हे दिखानी | हम देश बदलेगे
हम तो करेगे अपनी मनमानी गंदगी बीच सड़क हे फेलानी ,
स्वच्छ भारत के हम सेनानी , बात सब लोगो को हे बतानी | हम देश बदलेगे
इस बार हमने हे ठानी , करेगे अपनी मनमानी | हम देश बदलेगे
"मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है"
Change start at your own.
Wrriten By :- Sajan Kaundal @ all rights reserved.
shi pakde hain....
ReplyDeletethis is the bitter truth of us.
Deletethanks buddy keep supporting
ReplyDeletegreat keep going
ReplyDeletethanks
DeleteGood going brthr
ReplyDeleteThnxx bro
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